3 ओवरों में जड़ा शतक, 'डॉन ब्रैडमैन अभी भी जिंदा है ना?', जानें बल्ले के जादूगर की दिलचस्प कहानी
सर डोनाल्ड ब्रैडमैन शायद क्रिकेट के खेल का एक ऐसा सितारा है जो आने वाले कई युगों तक चमकता रहेगा। उनकी मृत्यु के 20 साल बाद भी बल्लेबाजी के ऐसे कई रिकॉर्ड है जो आज तक नहीं टूटे। ब्रैडमैन 27 अगस्त को अपना जन्मदिन मनाते हैं।
एक नजर डॉन ब्रैडमैन के करियर रिकॉर्ड और अन्य दिलचस्प जानकारी पर:-
1) जन्म स्थान एवं पूरा नाम- डॉन ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त साल 1908 को ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के कोटा मुंद्रा शहर में हुआ था। उनका पूरा नाम डोनाल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन है।
2) चाहने वाले इस नाम से बुलाते थे- डोनाल्ड ब्रैडमैन के चाहने वाले उन्हें "दी बॉय फ्रॉम बौराल", "ब्रैडल्स", "दी व्हाइट हेडली" के नाम से जानते थे। दूसरी तरफ क्रिकेट जगत के लोगों ने उन्हें "डॉन" का खिताब दिया।
3) टेस्ट डेब्यू- सर डोनाल्ड ने इंग्लैंड के खिलाफ 30 नवंबर 1928 को अपना टेस्ट डेब्यू किया।
4) काश चार रन और बना लेते - डॉन ब्रैडमैन अगर इंग्लैंड के खिलाफ अपने आखिरी टेस्ट मैच में मात्र 4 रन बना लेते तो टेस्ट उनका बल्लेबाजी औसत 100 हो जाता। इंग्लैंड के गेंदबाज एरिक होलिएस ने ब्रैडमैन को उनके करियर के आखिरी मैच में जीरो(0) पर बोल्ड किया। इसके बावजूद टेस्ट मैचों में उनका बल्लेबाजी औसत 99.94 है और अभी तक यह रिकॉर्ड कायम है।
5) "नेल्सन मंडेला" ने कहीं थी ये बात- डॉन ब्रैडमैन सिर्फ अपने देश ऑस्ट्रेलिया में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे। सब उनके बल्लेबाजी के मुरीद थे और उनकी वाह वाही करते थे। साउथ अफ्रीका के सबसे बड़े क्रांतिकारी और वहां के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला जब साउथ अफ्रीका की आजादी के लिए जेल गए और 27 सालों बाद जेल से छूट के निकले तो उन्होंने पहला सवाल यही किया कि "डॉन ब्रैडमैन अभी भी जिंदा है ना?"
6) ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें ऐसे दिया सम्मान- ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने वहां के पोस्टल ऐड्रेस का कोड 9994 रखा है। उन्होंने यह कोड सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के सम्मान के लिए रखा है क्योंकि टेस्ट मैचों में उनका बल्लेबाजी औसत 99.94 है।
7) कुछ नायाब रिकार्ड्स- ब्रैडमैन के नाम बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड जुड़े हैं। आइये उनमें से कुछ खास रिकार्ड्स पर नजर डालते हैं।
i) साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपने करियर में एकमात्र सीरीज खेली है जिसमें उन्होंने 201.50 के रिकॉर्ड औसत से कुल 806 रन बनाए।
ii) फर्स्ट क्लास मैच में उन्होंने 95.15 की औसत से कुल 28,067 रन बनाये हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 452 रनों का हैं।
iii) डॉन ब्रैडमैन के नाम टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड हैं। उन्होंने 52 मैचों की 80 पारियों में कुल 12 दोहरे शतक जमाए हैं।
8) तीन ओवरों में ही ठोक दिया शतक- 3 नवंबर साल 1931 को एक घरेलू मैच के दौरान डॉन ब्रैडमैन ने ब्लैक हीथ इलेवन के तरफ से लिथगो इलेवन के खिलाफ खेलते हुए मात्र 3 ओवरों में ही शतक जमाने का कारनामा किया है। तब एक ओवर 8 गेंदों का होता था। पहले ओवर में ब्रैडमैन ने 33 रन, दूसरे ओवर में 40 रन और तीसरे ओवर में 27 रन ठोकते हुए महज तीन ओवरों में ही शतक पूरा कर लिया।
9) बल्लेबाजी के अलावा मैदान पर किया यह काम- सर डॉन ब्रैडमैन ना सिर्फ बल्लेबाजी में माहिर थे बल्कि क्रिकेट की अन्य बारीकियों को भी समझते थे। साल 1933 में उन्होंने न्यू साउथ वेल्स से क्रिकेट अंपायरिंग की परीक्षा पास की और बाद में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में हुए फर्स्ट क्लास मैचों में मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई।
10) जानलेवा बीमारी में भी किया था यह कारनामा-
साल 1934 में ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड दौरे पर गयी जिसमें डॉन ब्रैडमैन भी टीम का हिस्सा थे। ब्रैडमैन की तबियत अचानक इतनी बिगड़ गयी कि वो सही से टहल भी नहीं पा रहे थे बावजूद इसके उन्होंने हैडिंग्ले के मैदान पर शानदार 304 रन बनाये तो वही ओवल के मैदान पर 204 रनों की बेमिशाल पारी खेली। मैच के बाद जब उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया तो पता चला की उनके पेट में बहुत बड़ी अपेंडिक्स है। बाद में जब तक उनके अपेंडिक्स को सर्जरी कर के नहीं निकाला गया तब तक उनकी हालत बेहद ही नाजुक रही।
बाद में वो अपनी पत्नी के साथ वापस अपने देश ऑस्ट्रेलिया लौट गए। डॉन ब्रैडमैन का यू अचानक से तबियत बिगड़ना ना सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई फैंस बल्कि पूरे क्रिकेट जगत के लिए भयावह खबर थी। यहां तक कि इग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उनके इलाज के दौरान अपने स्टाफ मेंबर्स को यह बात कही थी कि उन्हें डॉन ब्रैडमैन की खबर पल-पल मिलनी चाहिए।